पकड़ रखा है गला मेरा पर मैंने हाथ थाम रखा है।
नहीं हूं दिल में जिसके पर एक वहम पाल रखा है।
नहीं हूं मैं तुम्हारी मुझको भुल जाने की कहता है।
रिश्ते बचाने खुद को मारकर जिन्दा लाश कर रखा है।
हैं एक सांवली-बावली सी लड़की, जो मेरे साथ सफ़र करती है कोन हूं, कैसा हूं, मालूम नहीं, फिर भी ना कोई सवाल करती है। सोते-जागते, ...
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